Saturday, 30 November 2019

ब्रजक्षेत्र के प्रतीक

कदम्ब कौ पेड़ (Cadamba) : Brajbhasha-
Image result for kadamb
कदम्ब कौ पेड़ ब्रज में सब पेड़न में लोक प्रिय ऍह |
भगवान कृष्ण कूँ अति प्यारौ लगतौ ऍह |
जब गेंद निकारबे कूँ बिन नै यमुना में छलांग लगाई हती,तौ बू कदम्ब कौ ई पेड़ हत कहियो |
आजकल नौघरेन (नयौ घर या वाड़ा ) में कहूँ -कहूँ मिल जामतौ ऍह |
गोपिकान के वस्त्र हरण करे हते, तबऊ कदम्ब के पेड़ कौ ही बर्णन मिलतौ ऍह |
वैसे कदम्ब के पेड़ के पत्ता और बीजन ते ” इत्र ” बनायौ जामतौ ऍह |
या की पत्ती,छाल,फल कूँ समान मात्रा मे लेंकैं काढ़ौ पीबे ते टाईप २ डायाबिटीज ठीक है जामतै |
कभऊ-कभऊ औरतें ऊ सिंगार के रूप में प्रयोग करतें |
गैया-
ब्रज में “गैया” (गइया ) ऐसौ जानवर ऍह, जाय माँ के रूप में देखौ जामतौ ऍह |
ई कृष्ण की अति प्यारी चीजन में ते एक ऍह |
या में (गइया में ) सबरे देवतान कौ वास बतामत कहियें, ऐसौ पुराणन में लेख मिलतौ ऍह |
अन्य जानवरन की तुलना में ई सब ते उत्तम दूध दैमतै |
वैदिक काल ते ई “गइया” कौ बड़ौ ई महत्व रह्यौ ऍह |
गइयाँन की भारत में ३० ते ऊ ज्यादा नस्ल पायी जामतें |
विश्व में गइयाँन की कुल संख्या १३ खरब (1.3 बिलियन) हैबे कौ अनुमान ऍह, बिन में ते भारत में 281,700,000 (२८ करोड़ ते ज्यादा ) एन्ह |
गइयाँन राखबे भारत कौ 5 मौ स्थान ऍह |
ब्रज भूमि में “गइया मैया” की सब ते ज्यादा गऊशाला हैं |
Image result for cow
मोरा-
ब्रज कौ सबसे प्रसिद्द पक्षी “मोरा” ऍह |
ब्रज मोरा सबेरे-सबेरे (धौंताय) कुक्यामते भये देखे जा सकतैं |
देखबे में बहौतई मलूक लगतें |
कृष्णा अपने मुकुट में “मोरपंख” राखत हते (हत कइये )|
कृष्णा कन्हैया कूँ बड़े प्यारे लगत हत कइये “मोरा पक्षी” , ऐसौ पुराण में बर्णन मिलतौ ऍह |
मोरा एक ऐसौ पक्षी ऍह जो सम्भोग करे ई बिना, आँसूँन नै मोरनी कूँ पिलबा कैं अपनी संतान उत्पत्ति करबामतौ ऍह |
ई काम बू तब करतौ ऍह जब नाचतौ ऍह |
Image result for peacock
पारंपरिक रहबे , बिछाबे, फटकबे , रखबे के संसाधन 
पुराने समय ते ई काँस (एक प्रकार की घास ),डाब (जटिल घास ), सरपते,बिनडॉरी आदिन कौ बड़ौ ई महत्व रह्यौ हतै |
1-बोइया (काँस तेरोटी रखबे बारौ डिब्बा ),
2-सूप (फटकबे के लें बिनडॉरी की सिरकीन ते बनामतैं)
3-ईंड़ई (ई डाब ते बनतै,और बोझ उचबे कूँ सिर के नीचें लगामतैं )
4-बुर्जी और बिटौरा की छान (इन्नै बनाबे कूँ बिनडॉरी कौ प्रयोग हैमतौ ऍह)
5-छप्पर (छप्पर छायबे कूँ बिनडॉरी के पत्ता (सरपतेन )कौ प्रयोग हैमतौ ऍह )

1-गूंजा-(ई चून(आटा) ते बनबे बारी ऐसी मिठाई ऍह याके अंदर पंजीरी या खोवा (खोया ) भर कैं बनामतैं ) |
2-मठरी (मट्ठी )-(ई ऊ आटे ते बनबे बारी सुखी खाबे की चीज ऍह जो सबेरे-सबेरे (धौंताय ) जलपान करबे के काम आमतै (बू ऊ चाय के संग) )
3-सकलपारे-(सकलपारेन नै बनाबे कूँ गुड़ या चीनी के घोल ते आटौ गूँथ कैं फिर बा के बाद, नैक-नैकसे टुकड़ा बना कैं करैया(कढ़ाई ) में तल दैमतैं )
4-सैमरी (सेवईयां )-(आटे ते बनी पतरी-पतरी रेशेदार किनकी )
5-महेरी-(छाछ और जौ के दानेन ते बनी चीज जो सबेरे कलेऊ के काम आमतै )
6-दरिया(दलिया)-(गेहूं ते बनौ हलकौ भोजन जो सबेरे जलपान और बीमार लोगन के लें बड़ौ फायदेमंद )
7-अंगा-(आटे ते टिक्की जैसे मोटे आकार में बनबे बारौ भोजन जो बरोसी (अंगीठी )में कोरन ते सेक कैं पका कैं बनबे बारौ भोजन )

साभार:- ब्रजवासी 


ब्रजभाषा सीखिए

ब्रज के भोजन और मिठाइयां

ब्रजभूमि का सबसे बड़ा वन महर्षि 'सौभरि वन'

ब्रज मेट्रो रूट व घोषणा

ब्रजभाषा कोट्स 1

ब्रजभाषा कोट्स 2

ब्रजभाषा कोट्स 3

ब्रजभाषा ग्रीटिंग्स

ब्रजभाषा शब्दकोश

आऔ ब्रज, ब्रजभाषा, ब्रज की संस्कृति कू बचामें

ब्रजभाषा लोकगीत व चुटकुले, ठट्ठे - हांसी

मेरौ ब्रजभाषा प्रेम

राधाकृष्ण प्रेम कथन /कोट्स



Brajabhasha Learning
Brajabhasha quotes
Brajabhasha Rogion
Brajabhasha kshetra
Brajabhasha kaise seekhen
Brajabhasha kavi/poet
Brajabhasha kavita
Brajabhashakosh
Brajabhasha Grammar
Brajabhasha vyakaran
Brajabhasha sahitya
Brajabhasha ki shailiyan
Brajabhasha LanguageBrajabhasha academy
Brajabhasha university
Brajmandal kshetra
Brajabhasha Area
Brajabhasha aur khadiboli
Brajabhasha aur hindi
Brajabhasha ke shabd
Brajabhasha words
Brajabhasha sentences
Brajabhasha questions word
Brajabhasha parts of speech
Brajabhasha verbs
Brajabhasha noun
Brajabhasha pronoun
Brajabhasha adverb
Brajabhasha's most frequent used words 
Braj bhoomi news
Brajbhoomi map
Braj kshetra ke jile
Braj 84 kos
Braj chaurasi kos
Adarsh brajabhasha
Brajkiboli
Braj ke ghat
Braj ke van
Braj ki holi
Braj ki nadiya
River of brajmandala
Braj ke bhakt
Braj circuit
Mathura vrindavan
Braj parikrama
Brajwasi
Braj history
Braj ka dance
Braj mahotsav
Braj ke mandir
Krishna temple in braj
Braj ki radha rani
Govardhan
Barsana
Nandgaon
Gokul
Dauji
Krishna janmabhoomi
Brajvarta
Braj
Brabhasha vibhushan
Brajvaani
Brajyatra