जे वस्तुतः मामलौ ऐसौ है कै भाषा सीखबे ते आपकौ दिमाग और अधिक स्मार्ट बनतौ है। भाषा सीखबे के परिणामस्वरूप मस्तिष्क में तंत्रिका नेटवर्क बढ़िया तरह ते मजबूत हैमतैं।
यदि आप काऊ आदमी ते वाकी भाषा में बात करतें जाय बू समझतौ है, तौ वाके दिमाग तक जामतै। अगर आप वा ते वाई की मातृभाषा में बात करेंगे, जो वाके दिल तक जायगी ।
अगर आप अपनी भाषा कूँ छोड़ कैं दूसरी भाषाहु जानतें तौ जे दूसरी आत्मा कौ अधिकारी हैवे के बराबर है।
जिन्नै कोई अन्य देशी या विदेशी भाषा कौ ज्ञान नाँय तौ विन्नै अपनी भाषा हु के बारे में पूरी जानकारी नाँय है सकै चौं कै समानांतर अध्ययन ते बहौत कछु सीखबे कूँ मिलतौ है ।
बू आदमी जो अन्य भाषान कूँ बोलवौ नाँय जानै, बू प्रतिभावान आदमी है सकै मगर वाके विचारन में कमियां जरूर मिलबे की संभावना ज्यादा रहबैगी जो एक ते ज्यादा भाषा जानतौ है ।
एक भाषा आपके जीवन कौ एक रास्तौ खोलतै लेकिन रास्ते पै पड़वे वारौ हर एक दरवाजे दो भाषान के जरिये ही खुल पामतें।
भाषा एक संस्कृति कौ रोडमैप है। भाषा बतामतै कै याके बोलवे वारे लोग कहां के रहबै वारे हैं ।
कछु लोग विदेशी भाषान कूँ सीखबौ याके लै चहामतें ताकि विदेश में जाय कैं रह सकें, पढ़,सकें, नौकरी कर सकें ।
साभार:- ब्रजवासी
ब्रजभूमि का सबसे बड़ा वन महर्षि 'सौभरि वन'
आऔ ब्रज, ब्रजभाषा, ब्रज की संस्कृति कू बचामें
ब्रजभाषा लोकगीत व चुटकुले, ठट्ठे - हांसी
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